उस ज्वाला का तेज़ तेरे अस्तित्व को नोचेगा। कब तक, तू यूँ बचता फिरेगा। उस ज्वाला का तेज़ तेरे अस्तित्व को नोचेगा। कब तक, तू यूँ बचता फिरेगा।
छूट जाता है ताकत, साहस नहीं छूटता खुद की सोचने का, आलस नहीं छूटता छूट जाता है ताकत, साहस नहीं छूटता खुद की सोचने का, आलस नहीं छूटता
जब मिल जाएगी सारी बूंदे तो हो जायेगा ये विश्व स्वर्ग सा हरा और भरा। जब मिल जाएगी सारी बूंदे तो हो जायेगा ये विश्व स्वर्ग सा हरा और भरा।
तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं। तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं।
लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है... लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है...
अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत खुदा की हो अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत ...